जानलेवा हैं ये पौधे, फूल और फल
सुसाइड ट्री: इसकी दो
वैराइटी होती हैं। केरल और इससे लगे समुद्र तटीय इलाके में यह पेड़ होता है।
इसके फल के बीज बहुत जहरीले होते हैं। इसमें एल्कलॉइड होता है, जो
कार्डियो टॉक्सिक है। इसके खाने से हृदय को नुकसान पहुंचता है। इसके कारण
श्वसन तंत्र काम करना बंद कर देता है। अकेले केरल में सुसाइड ट्री के फल और
बीज खाने से हर साल 500 से अधिक मौतें होती हैं।
--------------------------------------------------------------------------------------
डॉल्स आइज (Doll`s Eyes): उत्तरी कनाडा, जॉर्जिया और अमेरिकी स्टेट मिनसोटा
में पाया जाता है। यह सबसे जहरीले प्लांट्स में से एक है। इसके फूल को
देखकर लग सकता है कि यह Berries का फल तो नहीं है। इसके फल ऐसे लगते हैं
जैसे डिजाइनर डॉल्स हों। व्हाइट और ब्लैक कलर में यह खूबसूरत दिखते हैं,
लेकिन इसमें घातक जहर होता है। इंसानों के लिए यह सबसे टॉक्सिक है। इसे
खाने पर कार्डिक अटैक आ सकता है। रिसर्च में सामने आया है कि यह इंसान के
लिए तो जानलेवा है, लेकिन पक्षियों को नुकसान नहीं होता।
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वीनस फ्लाईट्रैप (Venus flytrap): अमेरिका के उत्तरी और दक्षिण
कैलीफोर्निया स्टेट में पाया जाता है। नाम से ही स्पष्ट हो जाता है की यह
उड़ने वाले कीट पतंगों को अपना भोजन बनाता है। यह मांसाहारी विचित्र पौधा
महज 20 सेकंड में किसी उड़ने वाले कीट-पतंगों को अपना भोजन बना लेता है।
कीट-पतंगों के बैठते ही इसकी पत्तियां सिर्फ 0.1 सेकंड में बंद हो जाती
हैं। इसके बाद पत्तियों के अंदर बंद हुए कीट मर जाते हैं। यहीं वीनस
फ्लाईट्रैप प्लांट के लिए ही पोषक का काम करते हैं।
------------------------------------------------------------------------------------------
पिचर प्लांट (Pitcher Plant): उत्तरी अमेरिका के पेनसेल्वानिया, कनाड़ा और
दक्षिण अमेरिका में कई जगह पाया जाता है। यह मांसाहारी प्रजाति का पौधा है।
अपने आकार के कारण इसे Pitcher नाम दिया गया है। इसकी कलरफूल और आकर्षक
बॉडी कीड़े-मकोड़ों को अपनी ओर आकर्षित करती है। ये पिचर प्लांट की पत्ती के
किनारे बैठते ही इसके गड्ढे़ में गिर जाते हैं। इसमें कई एंजाइम्स और
पदार्थ होते हैं, जिनमें कीड़े-मकोड़े गल जाते हैं। पीचर धीरे-धीरे इन कीड़ों
को अवशोषित कर लेता है।
-------------------------------------------------------------------------------------------
सफेद फूल वाला विषैला पौधा (Western water Hemlock): यह उत्तरी अमेरिका के
कैलिफोर्निया स्टेट, ब्रिटिश कोलंबिया के अलावा अलास्का में हो पैदा होता
है। उत्तरी अमेरिका में यह सबसे विषैला प्लांट है। यह पौधा नमी वाली जगह पर
पैदा होता है। इसकी सुगंध बहुत लुभावनी होती है और इसके चलते जानवर इसे खा
लेते हैं। कई बार इसे खाने के बाद जानवरों को 15 से 20 मिनट में मरते हुए
देखा गया है। कई बार इसे मुंह से चबाने भर से लकवा मार जाता है और श्वसन
तंत्र काम करना बंद कर देता है।
--------------------------------------------------------------------------------------------
एंजेल ट्रम्पेट (Angel Trumpet): नॉर्थ अमेरिका, साउथ अमेरिका, अफ्रीका,
ऑस्ट्रेलिया, और एशिया के कई देशों में होता है। भले ही इस पौधे का नाम
एंजेल हो, लेकिन किसी भी नजरिए से इसमें कोई दैवीय गुण नहीं है। तुरही की
तरह इसका आकार है इसके कारण इसके नाम में ट्रम्पेट जुड़ा है। इसका फूल देखने
में खूबसूरत है, लेकिन बहुत ही खतरनाक है। एंजेल ट्रम्पेट में
स्कोपोलेमाइन होता है। इसके कारण बहुत जल्द मतिभ्रम होता है। इसके सत्व से
बने पाउडर का उपयोग कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने में किया जाता रहा है।
कई गैंग लूटपाट को अंजाम देने के लिए इसका उपयोग करते हैं।
--------------------------------------------------------------------------------------------
कनेर (Oleander): यह भारत, चीन, अमेरिका, पुर्तगाल, मोरक्को जैसे देशों में
पैदा होता है। इस प्लांट को गार्डन्स में खूब लगाया जाता है। इसके फूल की
खूबसूरत महक होती है। इसमें टॉक्सिक मात्रा बहुत होती हैं, जिससे खाने वाले
की मौत तक हो सकती है। अमेरिका में 2002 में कनेर खाने से 845 मामले दर्ज
हुए। हालांकि, इनमें मात्र तीन की मौत हुई। इसे खाने से पेट में दर्द होता
है ओर खूनी दस्त होते हैं। इससे हार्ट अटैक भी हो सकता है। खाने वाला कोमा
में जा सकता है और मौत भी संभव है।
----------------------------------------------------------------------------------------------
अरंडी (Castor Tree): यह भारत समेत फ्रांस, स्पेन, इटली, अमेरका, लीबिया,
तंजानिया, कीनिया समेत विश्व के कई देशों में पाया जाता है। यह प्लांट भी
सबसे अधिक विषैले पौधों में शामिल है। इसके बावजूद भी इसकी खेती की जाती
है। मुख्य रूप से इसका बीज जहरीला होता है। इसके बीजों से एक टॉक्सिन
प्रोटीन निकाला जाता है। इसका उपयोग केमिकल रिएक्शन के लिए होता है। यह
अत्यधिक टॉक्सिक होता है। इसके खाने से उल्टी-दस्त होने लगते हैं। ब्लड
प्रेशर लो हो जाता है और पेट में तेज दर्द और मरोड़ होती है। यदि समय पर
इलाज नहीं मिले, तो खाने वाले की मौत हो जाती है।
Read more at: http://www.merahindiblog.com/2014/11/duniya-ke-8-khuni-paudhe.htmइड ट्री: इसकी दो वैराइटी होती हैं। केरल और इससे लगे समुद्र तटीय इलाके में यह पेड़ होता है। इसके फल के बीज बहुत जहरीले होते हैं। इसमें एल्कलॉइड होता है, जो कार्डियो टॉक्सिक है। इसके खाने से हृदय को नुकसान पहुंचता है। इसके कारण श्वसन तंत्र काम करना बंद कर देता है। अकेले केरल में सुसाइड ट्री के फल और बीज खाने से हर साल 500 से अधिक मौतें होती हैं। -------------------------------------------------------------------------------------- डॉल्स आइज (Doll`s Eyes): उत्तरी कनाडा, जॉर्जिया और अमेरिकी स्टेट मिनसोटा में पाया जाता है। यह सबसे जहरीले प्लांट्स में से एक है। इसके फूल को देखकर लग सकता है कि यह Berries का फल तो नहीं है। इसके फल ऐसे लगते हैं जैसे डिजाइनर डॉल्स हों। व्हाइट और ब्लैक कलर में यह खूबसूरत दिखते हैं, लेकिन इसमें घातक जहर होता है। इंसानों के लिए यह सबसे टॉक्सिक है। इसे खाने पर कार्डिक अटैक आ सकता है। रिसर्च में सामने आया है कि यह इंसान के लिए तो जानलेवा है, लेकिन पक्षियों को नुकसान नहीं होता। --------------------------------------------------------------------------------------- वीनस फ्लाईट्रैप (Venus flytrap): अमेरिका के उत्तरी और दक्षिण कैलीफोर्निया स्टेट में पाया जाता है। नाम से ही स्पष्ट हो जाता है की यह उड़ने वाले कीट पतंगों को अपना भोजन बनाता है। यह मांसाहारी विचित्र पौधा महज 20 सेकंड में किसी उड़ने वाले कीट-पतंगों को अपना भोजन बना लेता है। कीट-पतंगों के बैठते ही इसकी पत्तियां सिर्फ 0.1 सेकंड में बंद हो जाती हैं। इसके बाद पत्तियों के अंदर बंद हुए कीट मर जाते हैं। यहीं वीनस फ्लाईट्रैप प्लांट के लिए ही पोषक का काम करते हैं। ------------------------------------------------------------------------------------------ पिचर प्लांट (Pitcher Plant): उत्तरी अमेरिका के पेनसेल्वानिया, कनाड़ा और दक्षिण अमेरिका में कई जगह पाया जाता है। यह मांसाहारी प्रजाति का पौधा है। अपने आकार के कारण इसे Pitcher नाम दिया गया है। इसकी कलरफूल और आकर्षक बॉडी कीड़े-मकोड़ों को अपनी ओर आकर्षित करती है। ये पिचर प्लांट की पत्ती के किनारे बैठते ही इसके गड्ढे़ में गिर जाते हैं। इसमें कई एंजाइम्स और पदार्थ होते हैं, जिनमें कीड़े-मकोड़े गल जाते हैं। पीचर धीरे-धीरे इन कीड़ों को अवशोषित कर लेता है। ------------------------------------------------------------------------------------------- सफेद फूल वाला विषैला पौधा (Western water Hemlock): यह उत्तरी अमेरिका के कैलिफोर्निया स्टेट, ब्रिटिश कोलंबिया के अलावा अलास्का में हो पैदा होता है। उत्तरी अमेरिका में यह सबसे विषैला प्लांट है। यह पौधा नमी वाली जगह पर पैदा होता है। इसकी सुगंध बहुत लुभावनी होती है और इसके चलते जानवर इसे खा लेते हैं। कई बार इसे खाने के बाद जानवरों को 15 से 20 मिनट में मरते हुए देखा गया है। कई बार इसे मुंह से चबाने भर से लकवा मार जाता है और श्वसन तंत्र काम करना बंद कर देता है। -------------------------------------------------------------------------------------------- एंजेल ट्रम्पेट (Angel Trumpet): नॉर्थ अमेरिका, साउथ अमेरिका, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, और एशिया के कई देशों में होता है। भले ही इस पौधे का नाम एंजेल हो, लेकिन किसी भी नजरिए से इसमें कोई दैवीय गुण नहीं है। तुरही की तरह इसका आकार है इसके कारण इसके नाम में ट्रम्पेट जुड़ा है। इसका फूल देखने में खूबसूरत है, लेकिन बहुत ही खतरनाक है। एंजेल ट्रम्पेट में स्कोपोलेमाइन होता है। इसके कारण बहुत जल्द मतिभ्रम होता है। इसके सत्व से बने पाउडर का उपयोग कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने में किया जाता रहा है। कई गैंग लूटपाट को अंजाम देने के लिए इसका उपयोग करते हैं। -------------------------------------------------------------------------------------------- कनेर (Oleander): यह भारत, चीन, अमेरिका, पुर्तगाल, मोरक्को जैसे देशों में पैदा होता है। इस प्लांट को गार्डन्स में खूब लगाया जाता है। इसके फूल की खूबसूरत महक होती है। इसमें टॉक्सिक मात्रा बहुत होती हैं, जिससे खाने वाले की मौत तक हो सकती है। अमेरिका में 2002 में कनेर खाने से 845 मामले दर्ज हुए। हालांकि, इनमें मात्र तीन की मौत हुई। इसे खाने से पेट में दर्द होता है ओर खूनी दस्त होते हैं। इससे हार्ट अटैक भी हो सकता है। खाने वाला कोमा में जा सकता है और मौत भी संभव है। ---------------------------------------------------------------------------------------------- अरंडी (Castor Tree): यह भारत समेत फ्रांस, स्पेन, इटली, अमेरका, लीबिया, तंजानिया, कीनिया समेत विश्व के कई देशों में पाया जाता है। यह प्लांट भी सबसे अधिक विषैले पौधों में शामिल है। इसके बावजूद भी इसकी खेती की जाती है। मुख्य रूप से इसका बीज जहरीला होता है। इसके बीजों से एक टॉक्सिन प्रोटीन निकाला जाता है। इसका उपयोग केमिकल रिएक्शन के लिए होता है। यह अत्यधिक टॉक्सिक होता है। इसके खाने से उल्टी-दस्त होने लगते हैं। ब्लड प्रेशर लो हो जाता है और पेट में तेज दर्द और मरोड़ होती है। यदि समय पर इलाज नहीं मिले, तो खाने वाले की मौत हो जाती है।
Read more at: http://www.merahindiblog.com/2014/11/duniya-ke-8-khuni-paudhe.html
Read more at: http://www.merahindiblog.com/2014/11/duniya-ke-8-khuni-paudhe.htmइड ट्री: इसकी दो वैराइटी होती हैं। केरल और इससे लगे समुद्र तटीय इलाके में यह पेड़ होता है। इसके फल के बीज बहुत जहरीले होते हैं। इसमें एल्कलॉइड होता है, जो कार्डियो टॉक्सिक है। इसके खाने से हृदय को नुकसान पहुंचता है। इसके कारण श्वसन तंत्र काम करना बंद कर देता है। अकेले केरल में सुसाइड ट्री के फल और बीज खाने से हर साल 500 से अधिक मौतें होती हैं। -------------------------------------------------------------------------------------- डॉल्स आइज (Doll`s Eyes): उत्तरी कनाडा, जॉर्जिया और अमेरिकी स्टेट मिनसोटा में पाया जाता है। यह सबसे जहरीले प्लांट्स में से एक है। इसके फूल को देखकर लग सकता है कि यह Berries का फल तो नहीं है। इसके फल ऐसे लगते हैं जैसे डिजाइनर डॉल्स हों। व्हाइट और ब्लैक कलर में यह खूबसूरत दिखते हैं, लेकिन इसमें घातक जहर होता है। इंसानों के लिए यह सबसे टॉक्सिक है। इसे खाने पर कार्डिक अटैक आ सकता है। रिसर्च में सामने आया है कि यह इंसान के लिए तो जानलेवा है, लेकिन पक्षियों को नुकसान नहीं होता। --------------------------------------------------------------------------------------- वीनस फ्लाईट्रैप (Venus flytrap): अमेरिका के उत्तरी और दक्षिण कैलीफोर्निया स्टेट में पाया जाता है। नाम से ही स्पष्ट हो जाता है की यह उड़ने वाले कीट पतंगों को अपना भोजन बनाता है। यह मांसाहारी विचित्र पौधा महज 20 सेकंड में किसी उड़ने वाले कीट-पतंगों को अपना भोजन बना लेता है। कीट-पतंगों के बैठते ही इसकी पत्तियां सिर्फ 0.1 सेकंड में बंद हो जाती हैं। इसके बाद पत्तियों के अंदर बंद हुए कीट मर जाते हैं। यहीं वीनस फ्लाईट्रैप प्लांट के लिए ही पोषक का काम करते हैं। ------------------------------------------------------------------------------------------ पिचर प्लांट (Pitcher Plant): उत्तरी अमेरिका के पेनसेल्वानिया, कनाड़ा और दक्षिण अमेरिका में कई जगह पाया जाता है। यह मांसाहारी प्रजाति का पौधा है। अपने आकार के कारण इसे Pitcher नाम दिया गया है। इसकी कलरफूल और आकर्षक बॉडी कीड़े-मकोड़ों को अपनी ओर आकर्षित करती है। ये पिचर प्लांट की पत्ती के किनारे बैठते ही इसके गड्ढे़ में गिर जाते हैं। इसमें कई एंजाइम्स और पदार्थ होते हैं, जिनमें कीड़े-मकोड़े गल जाते हैं। पीचर धीरे-धीरे इन कीड़ों को अवशोषित कर लेता है। ------------------------------------------------------------------------------------------- सफेद फूल वाला विषैला पौधा (Western water Hemlock): यह उत्तरी अमेरिका के कैलिफोर्निया स्टेट, ब्रिटिश कोलंबिया के अलावा अलास्का में हो पैदा होता है। उत्तरी अमेरिका में यह सबसे विषैला प्लांट है। यह पौधा नमी वाली जगह पर पैदा होता है। इसकी सुगंध बहुत लुभावनी होती है और इसके चलते जानवर इसे खा लेते हैं। कई बार इसे खाने के बाद जानवरों को 15 से 20 मिनट में मरते हुए देखा गया है। कई बार इसे मुंह से चबाने भर से लकवा मार जाता है और श्वसन तंत्र काम करना बंद कर देता है। -------------------------------------------------------------------------------------------- एंजेल ट्रम्पेट (Angel Trumpet): नॉर्थ अमेरिका, साउथ अमेरिका, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, और एशिया के कई देशों में होता है। भले ही इस पौधे का नाम एंजेल हो, लेकिन किसी भी नजरिए से इसमें कोई दैवीय गुण नहीं है। तुरही की तरह इसका आकार है इसके कारण इसके नाम में ट्रम्पेट जुड़ा है। इसका फूल देखने में खूबसूरत है, लेकिन बहुत ही खतरनाक है। एंजेल ट्रम्पेट में स्कोपोलेमाइन होता है। इसके कारण बहुत जल्द मतिभ्रम होता है। इसके सत्व से बने पाउडर का उपयोग कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने में किया जाता रहा है। कई गैंग लूटपाट को अंजाम देने के लिए इसका उपयोग करते हैं। -------------------------------------------------------------------------------------------- कनेर (Oleander): यह भारत, चीन, अमेरिका, पुर्तगाल, मोरक्को जैसे देशों में पैदा होता है। इस प्लांट को गार्डन्स में खूब लगाया जाता है। इसके फूल की खूबसूरत महक होती है। इसमें टॉक्सिक मात्रा बहुत होती हैं, जिससे खाने वाले की मौत तक हो सकती है। अमेरिका में 2002 में कनेर खाने से 845 मामले दर्ज हुए। हालांकि, इनमें मात्र तीन की मौत हुई। इसे खाने से पेट में दर्द होता है ओर खूनी दस्त होते हैं। इससे हार्ट अटैक भी हो सकता है। खाने वाला कोमा में जा सकता है और मौत भी संभव है। ---------------------------------------------------------------------------------------------- अरंडी (Castor Tree): यह भारत समेत फ्रांस, स्पेन, इटली, अमेरका, लीबिया, तंजानिया, कीनिया समेत विश्व के कई देशों में पाया जाता है। यह प्लांट भी सबसे अधिक विषैले पौधों में शामिल है। इसके बावजूद भी इसकी खेती की जाती है। मुख्य रूप से इसका बीज जहरीला होता है। इसके बीजों से एक टॉक्सिन प्रोटीन निकाला जाता है। इसका उपयोग केमिकल रिएक्शन के लिए होता है। यह अत्यधिक टॉक्सिक होता है। इसके खाने से उल्टी-दस्त होने लगते हैं। ब्लड प्रेशर लो हो जाता है और पेट में तेज दर्द और मरोड़ होती है। यदि समय पर इलाज नहीं मिले, तो खाने वाले की मौत हो जाती है।
Read more at: http://www.merahindiblog.com/2014/11/duniya-ke-8-khuni-paudhe.html
सुसाइड ट्री :
इस तरह के पेड़ केरल और आस पास के इलाकों में पाए जाते है. इस पर लगने वाले फल
फूलों में बहुत ही ज़हर होता है. इनका प्रभाव इतना तेज़ होता है कि कुछ ही समय में
इन्सान मर भी सकता है. इसमें एल्कलाईड नामक तत्व होता है जिसे कोर्डिया टॉक्सिक
कहते है. इसके सबसे ज्यादाबुरा प्रभाव हृदय पर पड़ता है. यह मनुष्य के श्वसन तंत्र
को काम करने से रोकता है. केरल में इससे बहुत ज्यादा मौतें होती है अकेले इस पेड़
के फल खाने से लगभग 500 व्यक्ति हर साल मर जाते हैं. CLICK HERE TO READ MORE SIMILAR POST ...
![]() |
दुनिया के आठ खुनी पौधे |
डॉल्स आईज :
यह पेड़ संसार के कई देशों में पाया जाता है इनमे उत्तरी कनाडा, जॉर्जिया, और
अमेरिकी स्टेट मिनसोटा आदि शामिल है. यह भी बहुत खतरनाक और ज़हरीलें पेड़ों में गिना
जाता है. इसका फूल देखने में Berries के फल जैसा लगता है इनका रंग सफ़ेद और काला होता है. इसका
ज़हर बहुत ही घातक है जिससे कार्डिक अटैक आ जाता है. इससे मनुष्यों के अलावा पशु
पक्षियों को भी बहुत खतरा है.
![]() |
Eight Killer Trees of World |
वीनस फ्लाईट्रैप :
यह पेड़ भी सबसे खतरनाक और ज़हरीले पेड़ों में से एक है और यह अमेरिका के उत्तरी
और दक्षिण कैलिफोर्निया स्टेट में पाया जाता है. यह अपने भोजन के रूप में उड़ने
वाले कीटों का शिकार करता है. यह पौधा मांशाहारी होता है और लगभग हर बीस सेकंड में
किसी न किसी कीट को खा लेता है. अगर कीट इसकी पत्तियों पर बैठ जायें तो पत्तियां
कीट को एक सेकंड में ख़त्म कर देती है.
सफ़ेद फूल वाला विषैला पौधा :
यह पौधा ब्रिटिश, कोलंबिया, अमेरिका के कैलिफोर्निया स्टेट और अलास्का में
पाया जाता है. अमेरिका में पायें जाने वाले ज़हरीले पेड़ों में यह सबसे ज्यादा
ज़हरीला पेड़ है. यह उन जगहों पर उगता है जहाँ पर बहुत ज्यादा नमी होती है. इसमें से
बहुत अच्छी आकर्षित करने वाली महक आती है जिसेक कारण जानवर इसे खाने के लिए इसके
पास आते है. अगर कोई जानवर इसे खा लेता है तो 15 से 20 मिनट के अंदर उसकी मौत हो
जाती है. अगर इसको केवल चबाकर फैंक दिया जाये तो भी लकवे की बीमारी लग जाती है.
इसके अलावा यह श्वसन तंत्र को भी प्रभावित कर सकता है.
![]() |
हत्यारे वृक्ष |
पिचर प्लांट :
यह पेड़ मुख्यतः उत्तरी अमेरिका के पेन्सिल्वेनिया, कनाडा और दक्षिण अमेरिका के
कुछ क्षेत्रों में उगता है. इस पेड़ की गिनती भी मांसाहारी
पेड़ों में की जाती है. इसकी बनावट के कारण ही इसका नाम पिचर रखा गया है. यह कई
रंगों का हो सकता है और बड़ा ही आकर्षित होता है इसी कारण बहुत से कीट और कीड़े
मकौड़े इस पर आकर बैठ जाते है और इसका शिकार बनते है.
एंजेल ट्रम्पेट :
यह पेड़ कई देशों में पाया जाता है इनमे कुछ के नाम इस प्रकार है : नार्थ
अमेरिका, साउथ अमेरिका, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और एशिया के कई देश. इसके नाम से
लगता है कि यह बड़ा ही उपयोगी और लाभकारी पेड़ है लेकिन इसमें ऐसे कोई गुण नहीं हैं.
इस पेड़ पर बड़े ही खूबसूरत फूल लगते है लेकिन उनके परिणाम उतने ही बुरे है. इसमें
स्कोपोमाइन नामक तत्व पाया जाता है जिससे मतिभ्रम होता है. इसके प्रयोग से एक
प्रकार का पाउडर तैयार किया जाता है जो अपराधिक घटनाओं में इस्तेमाल किया जाता है.
बहुत से लोग इसका इस्तेमाल करके ऐसी घटनाओं को अंजाम देते है जो समाज के लिए बहुत
दर्दनाक होती है.
![]() |
Kaner |
कनेर :
यह पेड़ भारत, चीन, अमेरिका, पुर्तगाल, मोरक्को में पाया जाता है. इसकी पैदावार
बगीचों में की जाती है. इसके फूल बहुत ही अच्छी सुगंध देते है. इसमें टॉक्सिक भी
काफ़ी मात्रा में पाया जाता है. अगर कोई इसे खा ले तो वह मर सकता है. एक रिपोर्ट के
अनुसार 2002 में 845 मामले कनेर के कारण दर्ज हुए थे लेकिन इससे मरने वालो की
संख्या केवल 3 ही थी. इसके सेवन से पेट में दर्द हो सकता है और खुनी दस्तों की
स्थिति भी हो सकती है. इसके अलावा यह हार्ट अटैक और कोमा में भी पहुंचा सकता है और
अगर प्रभाव ज्यादा होने तक इलाज ना हो तो मौत भी हो सकती है.
अरंडी :
भारत के अलावा या फ़्रांस, स्पेन, इटली, अमेरिका, लीबिया, तंजानिया, कीनिया आदि
देशों में पैदा होता है. इसकी गिनती भी विषैले पौधों में की जाती है. यह अवगुण
होते हुए भी इसकी खेती की जाती है. इसके बीज में बहुत ज्यादा ज़हर होता है. इसमें
बिज में से टोक्सिन प्रोटीन नामक तत्व निकाला जाता है जो केमिकल रिएक्शन के लिए
उपयोग किया जाता है. इसके प्रभाव से उलटी दस्त लग सकते है. इसके अलावा ब्लड प्रेशर
और पेट दर्द की समस्या भी हो सकती है. इसका इलाज जल्दी ही नहीं किया जाये तो मौत
भी संभव है.
सुसाइड ट्री: इसकी दो
वैराइटी होती हैं। केरल और इससे लगे समुद्र तटीय इलाके में यह पेड़ होता है।
इसके फल के बीज बहुत जहरीले होते हैं। इसमें एल्कलॉइड होता है, जो
कार्डियो टॉक्सिक है। इसके खाने से हृदय को नुकसान पहुंचता है। इसके कारण
श्वसन तंत्र काम करना बंद कर देता है। अकेले केरल में सुसाइड ट्री के फल और
बीज खाने से हर साल 500 से अधिक मौतें होती हैं।
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डॉल्स आइज (Doll`s Eyes): उत्तरी कनाडा, जॉर्जिया और अमेरिकी स्टेट मिनसोटा
में पाया जाता है। यह सबसे जहरीले प्लांट्स में से एक है। इसके फूल को
देखकर लग सकता है कि यह Berries का फल तो नहीं है। इसके फल ऐसे लगते हैं
जैसे डिजाइनर डॉल्स हों। व्हाइट और ब्लैक कलर में यह खूबसूरत दिखते हैं,
लेकिन इसमें घातक जहर होता है। इंसानों के लिए यह सबसे टॉक्सिक है। इसे
खाने पर कार्डिक अटैक आ सकता है। रिसर्च में सामने आया है कि यह इंसान के
लिए तो जानलेवा है, लेकिन पक्षियों को नुकसान नहीं होता।
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वीनस फ्लाईट्रैप (Venus flytrap): अमेरिका के उत्तरी और दक्षिण
कैलीफोर्निया स्टेट में पाया जाता है। नाम से ही स्पष्ट हो जाता है की यह
उड़ने वाले कीट पतंगों को अपना भोजन बनाता है। यह मांसाहारी विचित्र पौधा
महज 20 सेकंड में किसी उड़ने वाले कीट-पतंगों को अपना भोजन बना लेता है।
कीट-पतंगों के बैठते ही इसकी पत्तियां सिर्फ 0.1 सेकंड में बंद हो जाती
हैं। इसके बाद पत्तियों के अंदर बंद हुए कीट मर जाते हैं। यहीं वीनस
फ्लाईट्रैप प्लांट के लिए ही पोषक का काम करते हैं।
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पिचर प्लांट (Pitcher Plant): उत्तरी अमेरिका के पेनसेल्वानिया, कनाड़ा और
दक्षिण अमेरिका में कई जगह पाया जाता है। यह मांसाहारी प्रजाति का पौधा है।
अपने आकार के कारण इसे Pitcher नाम दिया गया है। इसकी कलरफूल और आकर्षक
बॉडी कीड़े-मकोड़ों को अपनी ओर आकर्षित करती है। ये पिचर प्लांट की पत्ती के
किनारे बैठते ही इसके गड्ढे़ में गिर जाते हैं। इसमें कई एंजाइम्स और
पदार्थ होते हैं, जिनमें कीड़े-मकोड़े गल जाते हैं। पीचर धीरे-धीरे इन कीड़ों
को अवशोषित कर लेता है।
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सफेद फूल वाला विषैला पौधा (Western water Hemlock): यह उत्तरी अमेरिका के
कैलिफोर्निया स्टेट, ब्रिटिश कोलंबिया के अलावा अलास्का में हो पैदा होता
है। उत्तरी अमेरिका में यह सबसे विषैला प्लांट है। यह पौधा नमी वाली जगह पर
पैदा होता है। इसकी सुगंध बहुत लुभावनी होती है और इसके चलते जानवर इसे खा
लेते हैं। कई बार इसे खाने के बाद जानवरों को 15 से 20 मिनट में मरते हुए
देखा गया है। कई बार इसे मुंह से चबाने भर से लकवा मार जाता है और श्वसन
तंत्र काम करना बंद कर देता है।
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एंजेल ट्रम्पेट (Angel Trumpet): नॉर्थ अमेरिका, साउथ अमेरिका, अफ्रीका,
ऑस्ट्रेलिया, और एशिया के कई देशों में होता है। भले ही इस पौधे का नाम
एंजेल हो, लेकिन किसी भी नजरिए से इसमें कोई दैवीय गुण नहीं है। तुरही की
तरह इसका आकार है इसके कारण इसके नाम में ट्रम्पेट जुड़ा है। इसका फूल देखने
में खूबसूरत है, लेकिन बहुत ही खतरनाक है। एंजेल ट्रम्पेट में
स्कोपोलेमाइन होता है। इसके कारण बहुत जल्द मतिभ्रम होता है। इसके सत्व से
बने पाउडर का उपयोग कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने में किया जाता रहा है।
कई गैंग लूटपाट को अंजाम देने के लिए इसका उपयोग करते हैं।
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कनेर (Oleander): यह भारत, चीन, अमेरिका, पुर्तगाल, मोरक्को जैसे देशों में
पैदा होता है। इस प्लांट को गार्डन्स में खूब लगाया जाता है। इसके फूल की
खूबसूरत महक होती है। इसमें टॉक्सिक मात्रा बहुत होती हैं, जिससे खाने वाले
की मौत तक हो सकती है। अमेरिका में 2002 में कनेर खाने से 845 मामले दर्ज
हुए। हालांकि, इनमें मात्र तीन की मौत हुई। इसे खाने से पेट में दर्द होता
है ओर खूनी दस्त होते हैं। इससे हार्ट अटैक भी हो सकता है। खाने वाला कोमा
में जा सकता है और मौत भी संभव है।
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अरंडी (Castor Tree): यह भारत समेत फ्रांस, स्पेन, इटली, अमेरका, लीबिया,
तंजानिया, कीनिया समेत विश्व के कई देशों में पाया जाता है। यह प्लांट भी
सबसे अधिक विषैले पौधों में शामिल है। इसके बावजूद भी इसकी खेती की जाती
है। मुख्य रूप से इसका बीज जहरीला होता है। इसके बीजों से एक टॉक्सिन
प्रोटीन निकाला जाता है। इसका उपयोग केमिकल रिएक्शन के लिए होता है। यह
अत्यधिक टॉक्सिक होता है। इसके खाने से उल्टी-दस्त होने लगते हैं। ब्लड
प्रेशर लो हो जाता है और पेट में तेज दर्द और मरोड़ होती है। यदि समय पर
इलाज नहीं मिले, तो खाने वाले की मौत हो जाती है।
Read more at: http://www.merahindiblog.com/2014/11/duniya-ke-8-khuni-paudhe.html
Read more at: http://www.merahindiblog.com/2014/11/duniya-ke-8-khuni-paudhe.html
सुसाइड ट्री: इसकी दो
वैराइटी होती हैं। केरल और इससे लगे समुद्र तटीय इलाके में यह पेड़ होता है।
इसके फल के बीज बहुत जहरीले होते हैं। इसमें एल्कलॉइड होता है, जो
कार्डियो टॉक्सिक है। इसके खाने से हृदय को नुकसान पहुंचता है। इसके कारण
श्वसन तंत्र काम करना बंद कर देता है। अकेले केरल में सुसाइड ट्री के फल और
बीज खाने से हर साल 500 से अधिक मौतें होती हैं।
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डॉल्स आइज (Doll`s Eyes): उत्तरी कनाडा, जॉर्जिया और अमेरिकी स्टेट मिनसोटा
में पाया जाता है। यह सबसे जहरीले प्लांट्स में से एक है। इसके फूल को
देखकर लग सकता है कि यह Berries का फल तो नहीं है। इसके फल ऐसे लगते हैं
जैसे डिजाइनर डॉल्स हों। व्हाइट और ब्लैक कलर में यह खूबसूरत दिखते हैं,
लेकिन इसमें घातक जहर होता है। इंसानों के लिए यह सबसे टॉक्सिक है। इसे
खाने पर कार्डिक अटैक आ सकता है। रिसर्च में सामने आया है कि यह इंसान के
लिए तो जानलेवा है, लेकिन पक्षियों को नुकसान नहीं होता।
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वीनस फ्लाईट्रैप (Venus flytrap): अमेरिका के उत्तरी और दक्षिण
कैलीफोर्निया स्टेट में पाया जाता है। नाम से ही स्पष्ट हो जाता है की यह
उड़ने वाले कीट पतंगों को अपना भोजन बनाता है। यह मांसाहारी विचित्र पौधा
महज 20 सेकंड में किसी उड़ने वाले कीट-पतंगों को अपना भोजन बना लेता है।
कीट-पतंगों के बैठते ही इसकी पत्तियां सिर्फ 0.1 सेकंड में बंद हो जाती
हैं। इसके बाद पत्तियों के अंदर बंद हुए कीट मर जाते हैं। यहीं वीनस
फ्लाईट्रैप प्लांट के लिए ही पोषक का काम करते हैं।
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पिचर प्लांट (Pitcher Plant): उत्तरी अमेरिका के पेनसेल्वानिया, कनाड़ा और
दक्षिण अमेरिका में कई जगह पाया जाता है। यह मांसाहारी प्रजाति का पौधा है।
अपने आकार के कारण इसे Pitcher नाम दिया गया है। इसकी कलरफूल और आकर्षक
बॉडी कीड़े-मकोड़ों को अपनी ओर आकर्षित करती है। ये पिचर प्लांट की पत्ती के
किनारे बैठते ही इसके गड्ढे़ में गिर जाते हैं। इसमें कई एंजाइम्स और
पदार्थ होते हैं, जिनमें कीड़े-मकोड़े गल जाते हैं। पीचर धीरे-धीरे इन कीड़ों
को अवशोषित कर लेता है।
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सफेद फूल वाला विषैला पौधा (Western water Hemlock): यह उत्तरी अमेरिका के
कैलिफोर्निया स्टेट, ब्रिटिश कोलंबिया के अलावा अलास्का में हो पैदा होता
है। उत्तरी अमेरिका में यह सबसे विषैला प्लांट है। यह पौधा नमी वाली जगह पर
पैदा होता है। इसकी सुगंध बहुत लुभावनी होती है और इसके चलते जानवर इसे खा
लेते हैं। कई बार इसे खाने के बाद जानवरों को 15 से 20 मिनट में मरते हुए
देखा गया है। कई बार इसे मुंह से चबाने भर से लकवा मार जाता है और श्वसन
तंत्र काम करना बंद कर देता है।
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एंजेल ट्रम्पेट (Angel Trumpet): नॉर्थ अमेरिका, साउथ अमेरिका, अफ्रीका,
ऑस्ट्रेलिया, और एशिया के कई देशों में होता है। भले ही इस पौधे का नाम
एंजेल हो, लेकिन किसी भी नजरिए से इसमें कोई दैवीय गुण नहीं है। तुरही की
तरह इसका आकार है इसके कारण इसके नाम में ट्रम्पेट जुड़ा है। इसका फूल देखने
में खूबसूरत है, लेकिन बहुत ही खतरनाक है। एंजेल ट्रम्पेट में
स्कोपोलेमाइन होता है। इसके कारण बहुत जल्द मतिभ्रम होता है। इसके सत्व से
बने पाउडर का उपयोग कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने में किया जाता रहा है।
कई गैंग लूटपाट को अंजाम देने के लिए इसका उपयोग करते हैं।
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कनेर (Oleander): यह भारत, चीन, अमेरिका, पुर्तगाल, मोरक्को जैसे देशों में
पैदा होता है। इस प्लांट को गार्डन्स में खूब लगाया जाता है। इसके फूल की
खूबसूरत महक होती है। इसमें टॉक्सिक मात्रा बहुत होती हैं, जिससे खाने वाले
की मौत तक हो सकती है। अमेरिका में 2002 में कनेर खाने से 845 मामले दर्ज
हुए। हालांकि, इनमें मात्र तीन की मौत हुई। इसे खाने से पेट में दर्द होता
है ओर खूनी दस्त होते हैं। इससे हार्ट अटैक भी हो सकता है। खाने वाला कोमा
में जा सकता है और मौत भी संभव है।
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अरंडी (Castor Tree): यह भारत समेत फ्रांस, स्पेन, इटली, अमेरका, लीबिया,
तंजानिया, कीनिया समेत विश्व के कई देशों में पाया जाता है। यह प्लांट भी
सबसे अधिक विषैले पौधों में शामिल है। इसके बावजूद भी इसकी खेती की जाती
है। मुख्य रूप से इसका बीज जहरीला होता है। इसके बीजों से एक टॉक्सिन
प्रोटीन निकाला जाता है। इसका उपयोग केमिकल रिएक्शन के लिए होता है। यह
अत्यधिक टॉक्सिक होता है। इसके खाने से उल्टी-दस्त होने लगते हैं। ब्लड
प्रेशर लो हो जाता है और पेट में तेज दर्द और मरोड़ होती है। यदि समय पर
इलाज नहीं मिले, तो खाने वाले की मौत हो जाती है।
Read more at: http://www.merahindiblog.com/2014/11/duniya-ke-8-khuni-paudhe.html
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2014 में ब्रिटेन
के देहात में एक बड़े फ़ार्म की देखरेख करने वाले माली की अचानक मौत हो गई.
उसके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था.
उसकी मौत क्यों
हुई, इसकी वजह का पता नहीं चल पा रहा था. लेकिन मुकदमे के दौरान सबूत पेश
हुए कि उसकी मौत फूलों के एक लोकप्रिय पौधे की वजह से हुई.इस फूल वाले पौधे का नाम है एकोनिटम. इसके खिले हुए फूल के कई नाम हैं जैसे - भेड़िए का दुश्मन, शैतान की हेलमेट, क्वीन ऑफ़ प्वायजन्स.
इन नामों से इसकी ख़ासियत का अंदाज़ा लगाया जा सकता है. सच यही है कि एकोनिटम दुनिया का सबसे ख़तरनाक पौधा है क्योंकि ये हार्ट की गति को धीमा कर देता है जिससे मौत हो जाती है.
इसका सबसे ज़हरीला हिस्सा होता है जड़. लेकिन पत्तों में भी ज़हर होता है. दोनों में न्यूरोटॉक्सिन होते हैं, यानी वो ज़हर जो दिमाग पर असर करता है. इसे त्वचा भी सोख सकती है.
कड़ी ने ली जान

2010 में ब्रिटेन में भारतीय मूल की एक महिला लखवीर सिंह को हत्या का दोषी पाया गया था. उन्होंने अपने प्रेमी को कड़ी में इंडियन एकोनाइट मिला कर दे दिया था.
इसके कारण प्रेमी की पाचन शक्ति तो गड़बड़ा ही गई, साथ ही उसके हृदय की गति धीमी हो गई जिसके चलते उसकी मौत हो गई.
लेकिन हर बार ऐसा हो, ये जरूरी नहीं है. विशेषज्ञ जॉन रॉर्बटसन के मुताबिक हमारी उल्टी करने की क्षमता के कारण कई लोग अपनी कहानी बताने के लिए बच भी जाते हैं.
राबर्टसन कहते हैं, "मैंने उन लोगों से बात की है, जो इसे खाने के बाद भी जीवित थे. एक दंपत्ति ने ग़लती से इसकी पत्तियों को सलाद में इस्तेमाल कर लिया. अगले 24 घंटे तक दोनों की स्थिति बेहद ख़राब रही लेकिन दोनों बच गए."
आम मान्यता ये है कि पौधों में ये टॉक्सिन या ज़हर ख़ुद की सुरक्षा के लिए विकसित हुआ है. इसके चलते यह पौधा कीटों और जानवरों से अपना बचाव कर पाता है.
संपर्क ख़तरनाक

इसी तरह दक्षिणी अमरीका के उत्तरी हिस्से यानी फ्लोरिडा और कैरेबियाई द्वीप में भी उगने वाला पौधा मैनकीनील (हिप्पोमाने मैनकीनीला) को छूना भी ख़तरनाक माना जाता है. इसे भी दुनिया के ख़तरनाक पौधों में एक माना जाता है. इसके आसपास चेतावनी के संकेत वाला बोर्ड भी आपको नज़र आ सकता है.

'लिटिल एप्पल ऑफ़ डेथ'
जाहिर है मैनकीनील पौधे का असर तो अच्छा नहीं होता है, लेकिन इसके संपर्क में आने से आपकी मौत नहीं होगी. लेकिन अगर इसके छोटे से फल को किसी ने खा लिया तो मौत का खतरा हो सकता है.इस फल का स्पेनिश नाम है लिटिल एप्पल ऑफ़ डेथ. इस फल को खाने से उल्टी और दस्त से पूरे शरीर का पानी बाहर निकल जाता है और मौत हो जाती है.

इसके बीज से तेल निकालने के बाद बचे हिस्से में भी काफ़ी टॉक्सिन मौजूद होते हैं. राइसिन मेटाबॉलिज्म की कोशिकाओं को नष्ट करता है. ये कोशिकाएं जीवन के लिए बेहद आवश्यक होती हैं. इससे उल्टी और दस्त शुरू हो सकती है और एक सप्ताह के अंदर अंग काम करना बंद कर देते हैं और मौत हो सकती है.
लेकिन सवाल यह है कि इतने ख़तरनाक पौधों को हम बगीचे में क्यों उगाते हैं.
अरंडी भी है ज़हरीला

अरंडी का बीज शरीर में पचता नहीं है और यदि निगल लिया जाए तो शरीर को ज्यादा नुकसान पहुंचाए बिना ही बाहर निकल जाता है. लेकिन यदि इसके पांच बीज चबा लिए जाएँ और फिर पेट में पहुँच जाए तो ये खुराक घातक साबित होगी. बच्चों के लिए एक ही काफी है. अगर इसे इंजेक्शन के तौर पर दिया जाए तो यह और भी ख़तरनाक होता है.

वैसे आधुनिक चिकित्सा जगत में ज़हरीले पौधों की वजह से मौत के मामले दुर्लभ ही हैं. लेकिन इन पौधों के बारे में जानने से ख़तरा कम जरूर हो जाता है.
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सुसाइड ट्री :
इस तरह के पेड़ केरल और आस पास के इलाकों में पाए जाते है. इस पर लगने वाले फल
फूलों में बहुत ही ज़हर होता है. इनका प्रभाव इतना तेज़ होता है कि कुछ ही समय में
इन्सान मर भी सकता है. इसमें एल्कलाईड नामक तत्व होता है जिसे कोर्डिया टॉक्सिक
कहते है. इसके सबसे ज्यादाबुरा प्रभाव हृदय पर पड़ता है. यह मनुष्य के श्वसन तंत्र
को काम करने से रोकता है. केरल में इससे बहुत ज्यादा मौतें होती है अकेले इस पेड़
के फल खाने से लगभग 500 व्यक्ति हर साल मर जाते हैं.
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यह पेड़ संसार के कई देशों में पाया जाता है इनमे उत्तरी कनाडा, जॉर्जिया, और
अमेरिकी स्टेट मिनसोटा आदि शामिल है. यह भी बहुत खतरनाक और ज़हरीलें पेड़ों में गिना
जाता है. इसका फूल देखने में Berries के फल जैसा लगता है इनका रंग सफ़ेद और काला होता है. इसका
ज़हर बहुत ही घातक है जिससे कार्डिक अटैक आ जाता है. इससे मनुष्यों के अलावा पशु
पक्षियों को भी बहुत खतरा है.
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वीनस फ्लाईट्रैप :
यह पेड़ भी सबसे खतरनाक और ज़हरीले पेड़ों में से एक है और यह अमेरिका के उत्तरी
और दक्षिण कैलिफोर्निया स्टेट में पाया जाता है. यह अपने भोजन के रूप में उड़ने
वाले कीटों का शिकार करता है. यह पौधा मांशाहारी होता है और लगभग हर बीस सेकंड में
किसी न किसी कीट को खा लेता है. अगर कीट इसकी पत्तियों पर बैठ जायें तो पत्तियां
कीट को एक सेकंड में ख़त्म कर देती है.
सफ़ेद फूल वाला विषैला पौधा :
यह पौधा ब्रिटिश, कोलंबिया, अमेरिका के कैलिफोर्निया स्टेट और अलास्का में
पाया जाता है. अमेरिका में पायें जाने वाले ज़हरीले पेड़ों में यह सबसे ज्यादा
ज़हरीला पेड़ है. यह उन जगहों पर उगता है जहाँ पर बहुत ज्यादा नमी होती है. इसमें से
बहुत अच्छी आकर्षित करने वाली महक आती है जिसेक कारण जानवर इसे खाने के लिए इसके
पास आते है. अगर कोई जानवर इसे खा लेता है तो 15 से 20 मिनट के अंदर उसकी मौत हो
जाती है. अगर इसको केवल चबाकर फैंक दिया जाये तो भी लकवे की बीमारी लग जाती है.
इसके अलावा यह श्वसन तंत्र को भी प्रभावित कर सकता है.
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हत्यारे वृक्ष |
पिचर प्लांट :
यह पेड़ मुख्यतः उत्तरी अमेरिका के पेन्सिल्वेनिया, कनाडा और दक्षिण अमेरिका के
कुछ क्षेत्रों में उगता है. इस पेड़ की गिनती भी मांसाहारी
पेड़ों में की जाती है. इसकी बनावट के कारण ही इसका नाम पिचर रखा गया है. यह कई
रंगों का हो सकता है और बड़ा ही आकर्षित होता है इसी कारण बहुत से कीट और कीड़े
मकौड़े इस पर आकर बैठ जाते है और इसका शिकार बनते है.
एंजेल ट्रम्पेट :
यह पेड़ कई देशों में पाया जाता है इनमे कुछ के नाम इस प्रकार है : नार्थ
अमेरिका, साउथ अमेरिका, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और एशिया के कई देश. इसके नाम से
लगता है कि यह बड़ा ही उपयोगी और लाभकारी पेड़ है लेकिन इसमें ऐसे कोई गुण नहीं हैं.
इस पेड़ पर बड़े ही खूबसूरत फूल लगते है लेकिन उनके परिणाम उतने ही बुरे है. इसमें
स्कोपोमाइन नामक तत्व पाया जाता है जिससे मतिभ्रम होता है. इसके प्रयोग से एक
प्रकार का पाउडर तैयार किया जाता है जो अपराधिक घटनाओं में इस्तेमाल किया जाता है.
बहुत से लोग इसका इस्तेमाल करके ऐसी घटनाओं को अंजाम देते है जो समाज के लिए बहुत
दर्दनाक होती है.
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यह पेड़ भारत, चीन, अमेरिका, पुर्तगाल, मोरक्को में पाया जाता है. इसकी पैदावार
बगीचों में की जाती है. इसके फूल बहुत ही अच्छी सुगंध देते है. इसमें टॉक्सिक भी
काफ़ी मात्रा में पाया जाता है. अगर कोई इसे खा ले तो वह मर सकता है. एक रिपोर्ट के
अनुसार 2002 में 845 मामले कनेर के कारण दर्ज हुए थे लेकिन इससे मरने वालो की
संख्या केवल 3 ही थी. इसके सेवन से पेट में दर्द हो सकता है और खुनी दस्तों की
स्थिति भी हो सकती है. इसके अलावा यह हार्ट अटैक और कोमा में भी पहुंचा सकता है और
अगर प्रभाव ज्यादा होने तक इलाज ना हो तो मौत भी हो सकती है.
अरंडी :
भारत के अलावा या फ़्रांस, स्पेन, इटली, अमेरिका, लीबिया, तंजानिया, कीनिया आदि
देशों में पैदा होता है. इसकी गिनती भी विषैले पौधों में की जाती है. यह अवगुण
होते हुए भी इसकी खेती की जाती है. इसके बीज में बहुत ज्यादा ज़हर होता है. इसमें
बिज में से टोक्सिन प्रोटीन नामक तत्व निकाला जाता है जो केमिकल रिएक्शन के लिए
उपयोग किया जाता है. इसके प्रभाव से उलटी दस्त लग सकते है. इसके अलावा ब्लड प्रेशर
और पेट दर्द की समस्या भी हो सकती है. इसका इलाज जल्दी ही नहीं किया जाये तो मौत
भी संभव है.
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